किसके सिर बंधेगा उत्तर प्रदेश का ताज: योगी आदित्यनाथ या अखिलेश यादव ?
पिछले अंक में उतर प्रदेश के चुनाव के संदर्भ में भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी की कुंडली का तुलनात्मक विश्लेषण किया था, जिसमें भारतीय जनता पार्टी की स्थितिधिक सुदृढ़ दिख रही है । इस अंक में उतर प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तर प्रदेश के निवर्तमान मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की कुंडली का विश्लेषण करने का प्रयास किया है। विश्व के सभी प्रसिद्ध और प्रभावशाली व्यक्तित्व के बारे में जानने में सभी लोगों को रुचि रहती है ,और इसी रूचि एवं जिज्ञासा के शमन हेतु भविष्यवक्ता विभिन्न तरीकों से उन लोगों के भविष्य की योजनाओं की भविष्यवाणी या विश्लेषण करते हैं। जन्म कुंडली की विवेचना और भविष्य कथन का नाम इसमें से सर्वाधिक सटीक और लोकप्रिय हैं। किंतु इस संदर्भ में जो सबसे बड़ी समस्या आती है, वह है, जन्म कुंडली का सही होना। क्योंकि इंटरनेट पर एक ही व्यक्ति की कई कुंडली उपलब्ध रहती है। कुंडली विवेचन करते समय इस बात में हमेशा सतर्कता बरतनी चाहिए कि कुंडली का विवरण सही हो ,अन्यथा भविष्य कथन सटीक नहीं बैठता है । यहां पर उपलब्ध कुंडलियों मेंं जो सर्वाधिक अनुकूल प्रतीत होती है ,उसी के आधार पर दोनों व्यक्तित्व की विवेचना एवं विश्लेषण करने का प्रयास किया है। योगी आदित्यनाथ की कुंडली कर्क लगन की है। प्रथम दृष्टि में अवलोकन करते ही यह दिख जाता है कि यह किसी योगी की कुंडली है। संसार से विरत संयासी की कुंडली है । बृहस्पति, मंगल का परस्पर संबंध हो या शनि, चंद्र ,शुक्र का अथवा गुरु और सूर्य का। सभी लगन चार्ट में परस्पर युक्त हैं और वर्गों में भी जाकर भिन्न नहीं हैं।लग्नेश चंद्र उच्च का होकर लाभ भाव में बैठा है ,साथ ही सप्तमेश शनि भी विराजमान हैं । बलिष्ठ परिवर्तन योग से युक्त यह अत्यंत प्रभावशाली कुंडली हैं। पूर्व जन्म के कर्मों एवं प्रारब्ध का आपसी तालमेल ,पद प्रतिष्ठा और जनमानस में लोकप्रियता में उत्तरोत्तर वृद्धि होने की स्थिति, प्रथम दृष्ट्या कुंडली में स्पष्ट हैं । जो कि वर्गों में जाकर और भी बलवान हो गई है ।यह प्रश्न पूछा जाता है कि ,यदि यह संयासी की कुंडली है तो फिर राजसत्ता का योग कैसे ? यदि हम कुंडली का गहन अध्ययन करते हैं और साथ में षष्टियांश का भी सूक्ष्म अध्ययन करते हैं तो पाते हैं कि यह सत्ता नहीं, बल्कि सामाजिक सरोकार या सोशल वेलफेयर की तीव्र ,कर्म गति की प्रेरणा है जिसमें सत्ता मात्र साधन है, और कुंडली में उपस्थित शुभ योगों के कारण साध्य है। वर्तमान में चलायमान शनि की महादशा और अंतर्दशा कार्य में कोई भी बाधा नहीं आने देगी। बल्कि इस गति को बढ़ाएगी। अतः इस हेतु साधन ( राजसत्ता ) की प्राप्ति होना तो दैवीय विधान है ,जो कि इस कुंडली में लिखा हुआ है। राहु का प्रत्यंतर इस साधन( जन कल्याण ) की प्राप्ति हेतु विभिन्न युक्तियों द्वारा सहज एवं प्राप्य ही बनाएगा। इंटरनेट पर अखिलेश यादव की भी कई कुंडलियां विद्यमान है ।अधिकतर विद्वान सिंह लग्न की कुंडली का ही प्रयोग करते हैं ।एक अति प्रतिष्ठित, विभिन्न मंचों पर उपस्थित रहने वाले ज्योतिषाचार्य द्वारा कन्या लग्न की कुंडली विश्लेषण के लिए ,यह कहकर उपलब्ध कराई कि यह परिवार से प्राप्त हुई है ।किंतु एक अन्य प्रतिष्ठित ज्योतिष विद से भी कुंडली प्राप्त हुई है ,जो कि तुला लग्न की है। यहां पर तुला लग्न की कुंडली का विश्लेषण कर रहे हैं ,जिसमें लग्नेश शुक्र, लाभ भाव में लाभेश सूर्य के साथ परिवर्तन योग में है। दिग्बली बु्ध, नीच भंग राजयोग युक्त सूर्य के साथ बैठा हैं ।सुग्रही बृहस्पति ,सप्तम ,एकादश, दशमेश और लग्नेश को निर्मल करके बली बना रहें है । यश ,वैभव और राजयोग सभी कुछ कुंडली में विद्यमान है ।यद्यपि कन्या लग्न की कुंडली में भी यह सारी विशिष्ट उपलब्धियां विद्यमान है। वर्गो में भी यह सभी स्थितियां पूर्ण रूप से बली हैं । निश्चय ही यह राज सुख देने वाली उत्तम कुंडली है। किंतु प्रश्न यहां यह है कि वर्तमान चुनाव में राज गद्दी पर कौन बैठेगा ? उपरोक्त कुंडली में ( अखिलेश यादव ) चलायमान गुरु ,शुक्र की दशा सभी प्रकार से लाभकारी है । वर्गो में गुरु की अत्यंत बलवान स्थिति लाभ प्रद है ,किंतु प्रत्यंतर्दशा नाथ राहु भी गुरु के आधिपत्य में में अनुकूल प्रणाम देने को उद्यत है। मेष में मीन की स्थिति तथा संकटा योगिनी कुछ नुक्सान या व्यवधान उत्पन कर सकती है । किसी भी युद्ध ,प्रतिस्पर्धा की तरह ही यहां भी, दो महाबलियों की लड़ाई दिख रही है ।किंतु भार किधर अधिक है ,इस दृष्टि से देखें ,तो योगी आदित्यनाथ की कुंडली अधिक बली है । यद्यपि अखिलेश यादव की कुंडली ताकत के साथ टक्कर देने की कोशिश में हैं । आने वाली 27 फरवरी को ग्रहों के बड़े उलटफेर से परिस्थितियों में बड़ा परिवर्तन हो सकता है। चुनाव के इस पूरे दौर में प्रत्यक्ष रुप से यह मुकाबला जैसा दिख रहा है वह दोनों ही कुंडली में स्थित , ग्रह और दशा के परिणाम स्वरूप ही दिख रहा है। अंत में परिणाम वाले दिन ग्रह की स्थिति के अनुसार,सपा एवं अखिलेश यादव के मुकाबले भाजपा तथा योगी आदित्यनाथ तुलनात्मक रुप से अधिक लाभ की स्थिति में दिख रहे हैं, और इनकी कुंडली के सितारे भी इसी ओर संकेत कर रहे हैं ।
जय श्री कृष्ण
सीमा श्रीवास्तव 🙏🙏
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